Seeker of Truth

लेख

गीताप्रेस और गीता प्रकाशन की पुस्तकों से लिए गए सेठजी श्रीजयदयालजी गोयन्दका, भाईजी श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार और स्वामी श्रीरामसुखदासजी महाराज के कुछ महत्वपूर्ण लेख।

विषय सूची

  1. गृहस्थमें कैसे रहें ?
  2. गृहस्थ-धर्म
  3. गृहस्थ में व्यवहार
  4. बालक-सम्बन्धी बातें
  5. सन्तानका कर्तव्य
  6. स्त्री-सम्बन्धी बातें
  7. महापापसे बचो
  8. लड़ाई-झगड़ेका समाधान
  9. गीतामें आहारीका वर्णन
  10. श्रीमद्भगवद्गीताका प्रभाव
  11. ध्यानसहित नाम-जपकी महिमा
  12. भगवद्दर्शनकी उत्कण्ठा
  13. रामायणमें आदर्श भ्रातृ-प्रेम
  14. ईश्वर-तत्त्व
  15. कुन्तीदेवी
  16. मन्त्रिश्रेष्ठ संजय
  17. सार बातें
  18. निराकार-साकार-तत्त्व
  19. वाल्मीकीय रामायणकी महिमा
  20. सत्यकी शरणसे मुक्ति
  21. शोकनाशके उपाय
  22. श्रीप्रेम-भक्ति-प्रकाश
  23. दिनचर्याका सुधार
  24. समाधियोग
  25. चित्त-निरोधके उपाय
  26. जीव-सम्बन्धी प्रश्नोत्तर
  27. गीताके अनुसार जीवन्मुक्तका लक्षण
  28. कर्मयोगका रहस्य
  29. ब्रह्मपुराणपर एक विहङ्गम-दृष्टि
  30. गीतोक्त संन्यास या सांख्ययोग
  31. गीताके अनुसार स्थितप्रज्ञ, भक्त और गुणातीतके लक्षण तथा आचरण
  32. गीता और योगदर्शन
  33. त्यागसे भगवत्-प्राप्ति
  34. गीता मायावाद मानती है या परिणामवाद?
  35. छ: प्रकारकी महत्त्वपूर्ण चार-चार बातें
  36. गीतोक्त क्षर, अक्षर और पुरुषोत्तम
  37. श्रीमद्भगवद्गीताका तात्त्विक विवेचन
  38. गीतामें भक्ति
  39. शरणागतिका स्वरूप और फल
  40. मनुष्य कर्म करनेमें स्वतन्त्र है या परतन्त्र?
  41. मर्यादा-पुरुषोत्तम श्रीराम
  42. कुछ धारण करनेयोग्य अमूल्य बातें
  43. ईश्वर और परलोक
  44. जीवनका रहस्य
  45. मांस-भक्षण-निषेध
  46. पद्मपुराणकी महिमा
  47. गीताका उपदेश
  48. सर्वोच्च ध्येय
  49. प्रेमसे ही परमात्मा मिल सकते हैं
  50. तेईस प्रश्न
  51. अवतारका सिद्धान्त
  52. सांख्ययोग और कर्मयोग
  53. कर्मयोगकी सुगमता
  54. धर्मसे लाभ और अधर्मसे हानि
  55. मनन करनेयोग्य
  56. आचरण करने योग्य पचीस बातें
  57. वैराग्य-चर्चा
  58. मान-बड़ाईका त्याग
  59. कर्मका रहस्य
  60. वैराग्य
  61. मैं कौन हूँ और मेरा क्या कर्तव्य है?
  62. विद्या, अविद्या और सम्भूति, असम्भूतिका तत्त्व
  63. मनुष्य-जीवनका अमूल्य समय
  64. समयका सदुपयोग
  65. महात्मा किसे कहते हैं?
  66. व्यापारसुधारकी आवश्यकता
  67. शीघ्र कल्याण कैसे हो?
  68. गीतोक्त दिव्यदृष्टि
  69. प्रश्नोत्तर
  70. सर्वोपयोगी प्रश्न
  71. विषयसुखकी असारता
  72. पशु-धन
  73. जीवन-सुधार
  74. आदर्श भक्त हनुमान्
  75. सच्चा सुख और उसकी प्राप्तिके उपाय
  76. भगवद्भक्तोंका प्रभाव
  77. समयकी सार्थकता
  78. भगवान् के शीघ्र मिलनेमें भाव ही प्रधान साधन है
  79. संसार-वाटिका
  80. गीताकी सर्वप्रियता
  81. ध्यानावस्थामें प्रभुसे वार्तालाप
  82. निर्गुण-निराकारका ध्यान
  83. शरणागति
  84. योगक्षेमका वहन
  85. भगवान् अवतार कब लेते हैं?
  86. आत्मोद्धारविषयक प्रश्नोत्तर
  87. समता अमृत और विषमता विष है
  88. तीर्थोंमें पालन करने योग्य कुछ उपयोगी बातें
  89. ज्ञानयोगके अनुसार विविध साधन
  90. कुछ उपयोगी साधन
  91. शंका-समाधान
  92. साधनसम्बन्धी प्रश्नोत्तर
  93. श्रीमद्भागवतमें विशुद्ध भक्ति
  94. ध्यान-साधन
  95. प्रेम-साधन
  96. महात्मा भीष्मपितामह
  97. दीपावलीपर चेतावनी
  98. भगवान् के दर्शन प्रत्यक्ष हो सकते हैं
  99. परमानन्दकी खेती
  100. प्राचीन तथा आधुनिक संस्कृति
  101. कल्याणका तत्त्व
  102. अमृत-कण
  103. हमारा लक्ष्य और कर्तव्य
  104. कल्याणप्राप्तिकी कई युक्तियाँ
  105. साधनकी तीव्रता
  106. परमार्थ-प्रश्नोत्तरी
  107. निर्गुण-निराकार ब्रह्मकी उपासना
  108. भावनाशक्ति
  109. चद्दरसे ज्ञान-वैराग्य आदिकी शिक्षा
  110. नामकी अनन्त महिमा
  111. कल्याण-प्राप्तिके उपाय
  112. परलोक और पुनर्जन्म
  113. महात्मा विदुर
  114. भगवान् वेदव्यास
  115. वीरवर अर्जुन
  116. धर्मराज युधिष्ठिर
  117. भगवत्कृपा
  118. परमात्माके ज्ञानसे परम शान्ति
  119. भगवान् की शरणसे परमपदकी प्राप्ति
  120. गीताका रहस्य
  121. गो-महिमा और गोरक्षाकी आवश्यकता
  122. ज्ञानीकी अनिर्वचनीय स्थिति
  123. ईश्वर और धर्ममें विश्वासकी आवश्यकता
  124. परमानन्दकी प्राप्तिके लिये साधनकी आवश्यकता
  125. देश-काल-तत्त्व
  126. भगवन्नामका मूल्य
  127. ईश्वर-साक्षात्कारके लिये नामजप सर्वोपरि साधन है
  128. शिव-तत्त्व
  129. शक्तिका रहस्य
  130. तत्त्व-विचार
  131. त्रिविध तप
  132. प्रत्यक्ष भगवद्दर्शनके उपाय
  133. आत्माके सम्बन्धमें कुछ प्रश्नोत्तर
  134. पारमार्थिक दृष्टिसे मनुष्योंकी विभिन्न श्रेणियाँ
  135. काम करते हुए भगवत्-प्राप्तिकी साधना
  136. भ्रम अनादि और सान्त है
  137. मृत्यु-समयके उपचार
  138. भगवदाश्रयसे लोक-परलोकका कल्याण
  139. ज्ञानकी दुर्लभता
  140. संत-महिमा
  141. धर्म-तत्त्व
  142. भगवच्चिन्तनका प्रभाव
  143. कुछ साधनसम्बन्धी बातें
  144. श्रद्धा-विश्वास और प्रेम
  145. निष्कामभावकी महत्ता
  146. भगवान् क्या हैं?
  147. अनन्य प्रेम ही भक्ति है
  148. उपासनाका तत्त्व
  149. मनुष्यका कर्तव्य
  150. परमात्माकी प्राप्तिके उपाय
  151. गीतामें भगवान‍्की उदारता
  152. गीतामें भगवान‍्की न्यायकारिता और दयालुता
  153. गीतामें भगवान‍्का विविध रूपोंमें प्रकट होना
  154. गीतामें धर्म
  155. गीतामें सनातनधर्म
  156. गीतामें ज्योतिष
  157. गीताके प्रत्येक अध्यायका तात्पर्य
  158. गीता-सम्बन्धी प्रश्नोत्तर
  159. गीतामें ईश्वरवाद
  160. गीतामें श्रीकृष्णकी भगवत्ता
  161. गीतामें अवतारवाद
  162. गीतामें मूर्तिपूजा
  163. गीतामें भगवन्नाम
  164. गीतामें फलसहित विविध उपासनाओंका वर्णन
  165. स्वास्थ्यके लिये
  166. सम्मानके लिये
  167. सुख-शान्तिके लिये
  168. आवश्यक शिक्षा
  169. सन्तान का कर्तव्य
  170. आहार-शुद्धि