पैड संख्या ५०
विषय सूची —
- साधकोंके लिये उपयोगी सत्संगकी बहुत ही महत्त्वकी बातें
- सिद्धान्तकी अनमोल बातें
- हे नाथ ! मेरेको तो दर्शन देने ही पड़ेंगे
- जो कुछ होता है, परमात्माकी नजरमें होता है
- राग-द्वेष ही साधनमें खास बाधा है
- ऊँचा भाव रखनेवालोंको ऊँची स्थिति प्राप्त होती है
- पहले अपने दोष दूर करो
- भाव बदलनेसे संसार परमात्माके रूपमें दीखने लग जाता है
- भगवान् हमारे सन्मुख खड़े हैं, कह रहे हैं- शोक मत करो
- गंगा किनारे शान्ति मिलती है, यहाँ जप-ध्यान, सत्संग करना चाहिये
- काम, क्रोध, लोभ आदिके नाशके लिये उपाय- भजन, सत्संग
- भगवान् सदा हमारे साथ हैं, यह दृढ़ विश्वास हो जाय तो भगवत्स्मृति स्वतः कायम रहे
- मान, बड़ाई, प्रतिष्ठाका त्याग ही असली चीज है
- पुरुषोंकी सीढ़ी-दर-सीढ़ी श्रेणियोंका वर्णन
- नित्य नियमसे अपने घरमें स्वाध्याय, भगवत्- चर्चा करें, अपने जीवनमें समता उतार लें
- मान, बड़ाई, प्रतिष्ठा पतन करानेवाली हैं
- मनमें भगवान्को बसा लेनेपर सर्वत्र वे ही दीखते हैं, भगवान्के भजन की विशेष चेष्टा करनी चाहिये
- भजनकी कमी मनमें चुभती रहे, भजन भजनके लिये हो
- ये बातें स्वर्ण अक्षरोंमें लिखने योग्य हैं
- भगवान् कैसे मिलें- यह लालसा बढ़ावें